कॉफी के आदि हैं तो हो सकता है टायफाइड

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Written by Juli Kumari

@Health Expert

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शरीर में बीमारियों के लगने का कोई समय नहीं होता। किसी भी मौसम में ये हमें परेशान कर सकती हैं। वैसे ही सर्दी हो या गर्मी टायफाइड जैसे रोग बिन मौसम बरसात की तरह हो जाते हैं। टायफाइड एक तरह का संक्रामक बुखार है। जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल जाता है। इतना ही नहीं ये मियादी बुखार बच्चे हो या बड़ें किसी को भी अपना शिकार बना लेता है। वैसे तो ये एलोपैथी दवाइयों के सहारे आसानी से ठीक हो जाता है। लेकिन अगर समय रहते इसका सही उपचार नहीं करवाया गया तो परिवार के अन्य स्वस्थ सदस्य भी इसकी चपेट में आ सकते हैं।

कॉफी के आदि हैं तो हो सकता है टायफाइड

  1. जाने क्यों होता है टायफाइड?
  2. टाइफाइड में क्या नहीं खाना चाहिए?
  3. टायफाइड में क्या खाना चाहिए?

जाने क्यों होता है टायफाइड?

टायफाइड बुखार को मियादी बुखार भी कहते हैं। अक्सर ये साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया के कारण होता है। जो हमारे आंतो व रक्तप्रवाह में मौजूद रहता है। क्योंकि दूषित पानी या दूषित भोजन के सेवन से ये शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। जिसके ज़्यादा बढ़ने से टायफाइड नाम का रोग हो जाता है। इतना ही नहीं दूषित पानी से नहाने के कारण भी आप इस रोग के शिकार हो सकते हैं। यदि आप या आपके परिवार का कोई भी अन्य सदस्य टायफाइड से पीड़ित है तो ऐसे में जल्द से जल्द किसी अच्छे डॉक्टर से संपर्क करें। अन्यथा ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकता है। कई बार इसपर ध्यान ना देने से पीड़ित की मौत भी हो जाती है।

टाइफाइड में क्या नहीं खाना चाहिए?

जैसा की हमने ऊपर बताया दूषित भोजन के सेवन से टायफाइड जैसे रोग हो जाते हैं। क्योंकि कई बार हम स्वाद बदलने के चक्कर में तरह-तरह के भोजन खा लेते हैं। जिनका हमारे शरीर पर गलत प्रभाव पड़ता है। यदि आप भी टायफाइड से पीड़ित हैं और ये नहीं जानते की टायफाइड में क्या नहीं खाना चाहिए तो घबराएं नहीं आज हम आपको बताएंगे की टायफाइड के बुखार में किस तरह का भोजन नहीं करना चाहिए। तो आइए जानते हैं।

  • घी का सेवन ना करें- घी एक चिकना पदार्थ है। जो पचने में काफ़ी समय लेता है। टायफाइड के समय ये आपके सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इसलिए टायफाइड के समय घी खाने से बचें।
  • तले-भूने पदार्थों का सेवन ना करें- किसी भी बीमारी में तले-भूने पदार्थ आपके लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। क्योंकि तले-भूने पदार्थ आपके लीवर पर बूरा प्रभाव डालते है। इसलिए यदि आप टायफाइड से पीड़ित हैं या इससे बचना चाहते हैं तो तले-भूने पदार्थ के सेवन से बचें।
  • कॉफी पीने से बचें- कॉफी में कैफीन पाया जाता है। जो आपके पाचन क्रिया को कमजोर बनाता है। इसलिए टायफाइड में कॉफी के सेवन से आपको दस्त की शिकायत भी हो सकती है।
  • मांस ना खाएं- टायफाइड से पीड़ित होने पर मांस या मटन आदि नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है। जो पचने में काफ़ी समय लेता है। इसलिए टायफाइड में किसी भी तरह का मांस नहीं खाना चाहिए। इससे आपका भोजन जल्दी नहीं पचेगा जिससे आपकी स्थिति और भी खराब हो सकती है।
  • कोल्ड ड्रिंक का सेवन ना करें- कोल्ड ड्रिंक में फास्फोरिक एसिड होता है जो हमारी हड्डियों को कमजोर बना देता है। इसलिए बुखार में किसी भी तरह के सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन ना करें।

टायफाइड में क्या खाना चाहिए?

जैसा की अभी आपने जाना टायफाइड में क्या नहीं खाना चाहिए। वैसे ही ये जानना भी बहुत ज़रूरी है कि इस रोग में क्या खाना चाहिए। यदि आप नहीं जानते कि टायफाइड में क्या खाना चाहिए तो आज हम आपको बताएंगे की टायफाइड के रोगी को किस तरह का भोजन करना चाहिए। तो आइए जानते हैं।

  • ताज़ा भोजन करें- ठंडा और बासी खाने की जगह ताज़ा खाना खाएं। क्योंकि दूषित भोजन के सेवन से ही टायफाइड का खतरा बढ़ता है।
  • सलाद खाएं- कच्ची सब्जियों का सलाद बुखार के रोगी के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसलिए अपने आहार में कच्ची सब्जियों का सलाद ज़रूर शामिल करें।
  • हरी पत्तेदार सब्जियां- टायफाइड के रोगी को कैलोरी लेना बहुत ज़रूरी है। इसलिए आप हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मेथी और सब्जियों का सूप आदि भी ले सकते हैं।
  • बेक्ड आलू खाएं- टायफाइड के रोगी को कमज़ोरी आ जाती है। जिसके कारण उसके वज़न में गिरावट आने लगता है। इसलिए इस स्थिति में बेक्ड आलू खाना चाहिए। क्योंकि बेक्ड आलू में कैलोरी होती है। जो आपको ऊर्जा प्रदान करती है।
  • दही का सेवन करें- दही हमें रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। क्योंकि दही में प्रोटीन पाया जाता है। जो हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।
  • यदि आप भी टायफाइड से पीड़ित हैं और आप ये नहीं जानते कि इस रोग में क्या खाना चाहिए व क्या नहीं खाना चाहिए तो इस स्थिति में ऊपर बताई गई बातें आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता हैं।