अस्थमा से ग्रस्त मरीज़ो की श्वासनली में सूजन आ जाती है। गले से जुड़े हिस्सों में भी सूजन आने लगती है। जिसके कारण सांस लेने में तकलीफ़ होती है। जिसकी वजह से फेफ़ड़ो में ठीक से हवा नहीं जा पाती। सांस, खांसी आदि की समस्या होने लगती है। इसी से अस्थमा की शुरूआत होने लगती है।
इस आहार को करें नज़रअंदाज़
कई बार ऐसा होता है हम जो आहार लेते है वो हमारे लिए नुकसानदेह होता है। खासतौर पर अस्थमा से पीड़ित लोगों को परहेज़ करना चाहिए।
- दूध, दही के सेवन से बचना चाहिए।
- डेयरी से बने पदार्थों का कम से कम सेवन करना चाहिए।डेयरी से बनी खाने की चीज़ो में चिकनाहट होती है। जिसके कारण खांसी, कफ़, छींक आदि जैसी समस्याएं पैदा होती हैं।
- ड्राई फ्रूट्स आदि के सेवन से भी बचना चाहिए।
- फास्ट फूड खाने से भी अस्थमा अटैक जल्दी-जल्दी पड़ने लगता है।
- खट्टे फल जैसे सेब,संतरे या अंगूर आदि नहीं खाने चाहिए।
- अंडे और सोया को अपने आहार से बिल्कुल हटा देना चाहिए।
- कॉफ़ी पीने से अस्थमा अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
- अपनी सेहत को बनाए रखने के लिए इन पदार्थों को नज़रअंदाज़ करें। ऐसा करने से आप अस्थमा को नियंत्रित कर सकतें हैं।