महिलाओं को हर महीने पीरियड्स के दर्द से झूझना पड़ता है। केवल फर्क इतना है कि किसी को ज़्यादा होता है तो किसी को कम। यह सब आपकी शारीरिक क्षमता और हार्मोंस पर ही निर्भर करता है। पीरियड्स शुरू होने से पहले ही महिलाओं को अपने शरीर में सूजन, थकावट और ऊर्जा की कमी जैसा अहसास होने लगता है जो आने वाले 4-5 दिनों तक रहता है।
पीरियड्स में भूलकर भी ना करें इन चीज़ों का सेवन
- क्या खाना चाहिए?
- क्या खाना चाहिए?
क्या खाना चाहिए?
महिलाओं को पीरियड्स में अपना खास ख्याल रखना चाहिए। ऐसे में बेहतर होगा कि आप खान-पान का खास ध्यान रखें। नीचे आपको बताया गया है कि किन- किन खाने की चीज़ो से परहेज़ करना है।
- महिलाओं को पीरियड्स के दिनों में फास्ट फूड खाने से परहेज़ करना चाहिए।डिब्बों में बंद खाद्य पदार्थ और चिप्स जैसे अन्य फास्ट फूड भी इसमे शामिल हैं। अक्सर इस तरह के खाद्य पदार्थ नुकसानदेह होते हैं।
- इस दौरान औरतों को ऐसे खाद्य पदार्थों के सेवन से भी परहेज करना चाहिए, जिनमें अत्यधिक मात्रा में वसा पाई जाती है। इस तरह के खाने का एक उदाहरण है वसायुक्त मांस। इसका मात्रा में सेवन पेट में सूजन पैदा कर सकता है और पेट दर्द भी बढ़ा सकता है।
- केक और पेस्ट्री जैसे बेक किए हुए खाद्य पदार्थों का भी सेवन नहीं करना चाहिए। इस तरह के भोजन में ट्रांसफैट बहुत ही अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह खाद्य पदार्थ औरतों के शरीर में एस्ट्रोजेन के लेवल को बढ़ा देते हैं जिसके कारण गर्भाशय में दर्द हो सकता है।
- ज्यादा मीठे के सेवन से भी बचें। चीनीयुक्त खाद्य पदार्थ भी गर्भाशय में दर्द पैदा करते हैं। केक, कुकी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। इसकी बजाय मीठे में फलों का सेवन ही सर्वोत्तम रहेगा।
- पीरियड्स के दौरान चाय और कॉफी के सेवन से भी बचना चाहिए। इन सब में कैफ़ेन बहुत ही अधिक मात्रा में पाई जाती है जो पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को बढ़ा देता है।
- शराब आदि पेयों का सेवन बिल्कुल ना करें। इसमें पाए जाने वाले तत्व मूड स्विंग्स को और भी बढ़ा सकते हैं और मासिक स्राव की अवधि भी बढ़ा सकते हैं।
क्या खाना चाहिए?
पीरियड्स में अपने डाइट का खास ध्यान रखें क्योंकि ऐसे में आपका शरीर कमज़ोर हो जाता है। आपको अपनी डाइट में वो सभी चीज़े शामिल करनी चाहिए जिससे आपको भरपूर ऊर्जा मिले।
प्रोटीन युक्त पदार्थ
पीयिड्स के दिनों में ब्लड शुगर कम होने लगती है और ऐसी स्थिति में महिलाओं को मीठा खाने का मन करता है। इसके अलावा उन्हें थोड़े-थोड़े समय के अंतराल में कुछ ना कुछ खाने के लिए क्रेविंग होती है। आपको इस दौरान मीठे उत्पादों से ज्यादा उन उत्पादों पर जोर देना चाहिए जिनमें प्रोटीन की मात्रा अधिक हो। एक तो यह आपकी भूख को भी कम करता है, साथ ही ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित करता है। उदाहरण के तौर पर आप दालें, नट्स, आलू, ड्राइ फ्रूट्स, फलियां, दूध, पनीर, दही, आदि का सेवन कर सकते हैं।
औसत भोजन
पीरियड्स के दौरान क्रेविंग्स होना बिल्कुल सामान्य है, कुछ ना कुछ खाते रहने से आपको दर्द भी कम होगा और आपको उल्टी जैसा भी महसूस नहीं होगा। लेकिन आपको ये बात जरूर ध्यान रखनी चाहिए कि इस चक्कर में आप ना तो बहुत ज्यादा खा लें और ना ही कुछ कम। आपको औसत रूप से भोजन ग्रहण करना चाहिए।
कच्ची सब्जियों का सेवन
शरीर में सूजन, ब्लोटिंग जैसा महसूस होना बहुत अजीब सा लगता है। इसका कारण ये होता है कि दर्द से मुक्ति पाने के लिए महिलाएं अपने आहार में मीठे की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ा लेती हैं। जूस, मिठाई, चॉकलेट्स इन सभी की जगह आपको ड्राइ फ्रूट्स, फ्रूट्स और कच्ची सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
ये भी पढ़े: पी.सी.ओ.डी. तो नहीं बांझपन का कारण