क्या आपके बच्चे का मन भी पढ़ाई में नहीं लगता है?

Written by Pooja Sharma

@Health Expert

Read Time: 3 मिनट में पढ़ें

अक्सर यह बात लोगों की चिंता का विषय होती है। बच्चों का पढ़ाई में ध्यान नहीं लग पाता है। कभी- कभी ऐसा होता है कि पढ़ने का मन होने के बावजूद भी बच्चा पढ़ नहीं पाता है। इसके लिए हमें उनकी मानसिक शक्ति बढ़ाने के लिए उपाय करने चाहिए। अच्छी बात यह है कि आप घर बैठे ही आसानी से अपने बच्चे की बुध्दि बढ़ा सकते हैं। कई बार हम ये समझ ही नहीं पाते है कि शरीर के और अंगो की तरह मस्तिष्क को भी प्रतिदिन पोषण और ऊर्जा की जरूरत होती है। जैसे शरीर को सही रखने के लिए शारीरिक व्यायाम आवश्यक है उसी तरह मस्तिष्क का व्यायाम बुद्धिमत्ता के लिए आवश्यक है। योग आसन हमारे शरीर के समग्र रूप से सहीकार्य करने में बहुत प्रभावी हैं।

दिमाग तेज़ करने के लिए योगासन

कुछ योगासन ऐसे हैं जिनसे बच्चों की बुध्दि में सुधार आता है। इन आसनों को नियमित रूप से करने पर आपके बच्चे का कॉन्सनट्रेशन लेवल बढ़ता है। नीचे दिए गए कुछ आसनों को प्रतिदिन करने से आपके बच्चे का दिमाग तेज़ी से बढ़ने लगेगा और ध्यान शक्ति भी बढ़ेगी।

गरूड़ासन

जीवन में आने वाली परेशानियों के कारण कई बार हम अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं। यह भटकाव हमें असफलता की ओर ले जाती है। सफलता पाने के लिए दिमाग का एकाग्रचित्त होना आवश्यक है। इसलिये योग मं एकाग्रता बढ़ाने और तनाव दूर करने के लिए गरुड़ासन के बारे में बताया गया है। इस आसन का नियमित अभ्यास आपको एक गरुड़ की भांति एकाग्रता और शारिरीक बल प्रदान करेगी।

बालासन

अपने रोजाना के कामों से हम मानसिक रूप से बुरी तरह थक जाते हैं और इससे अनिद्रा, तनाव, चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं शुरु हो जाती हैं। थकान में अक्सर हम एक शांतिपूर्ण और आरामदायक माहौल की कामना करते हैं।

उत्तानासन

एक स्वस्थ और सुलझा हुआ मस्तिष्क ही सफलता की सीढ़ियां चढ़ सकता है लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा परेशान, उलझे हुए, चिंतित या उखड़े मूड में रहते हैं तो ऐसे में हाथ आई सफलता भी फिसल जाती है। कई बार आपका व्यवहार इतना बदल जाता है कि लोग भी आपसे दूर भागने लगते हैं।

वृक्षासन

वृक्ष अटल रहने का प्रतीक है, इस आसन की मुद्रा वृक्ष के समान होने के कारण ही इसे वृक्षासन कहते हैं। चिंता दूर कर, मानसिक संतुलन बनाने और बनाए रखकर सहज रहने का यह सबसे अच्छा उपाय है।

प्राणायाम

हर सांस को गहराई से लिए जाने से शुरू होता है यह आसन। इसमें तीन हिस्सों की ब्रीदिंग होती है और इसे इसके अधिक विकसित रूप जैसे कपालभाति और अनुलोम विलोम पर जाया जा सकता है। अगर आप तीन महीनों तक इनका अभ्यास करते हैं तो आपके दिमाग और शरीर दोनों को अनुशासन मिलता है।

इस लेख में आपको बच्चों का दिमाग तेज़ करने के योगासन बताए गए हैं। इन आसनों को प्रतिदिन करने पर आपको अपने बच्चे के भीतर फर्क महसूस होगा।

ये भी पढ़े: बच्चों का दिमाग तेज़ करना है तो ऐसे करें उनकी परवरिश